
शीघ्र विवाह बंधन पोटली-Vivah Bandhan Potli
Express shipping within 3-4 days.
100% Natural
Blessing from GOD
विवरण
सही उम्र में और सही समय पर यदि विवाह हो जाए तो यह अच्छे भाग्य की तरफ इशारा करती हुई नजर आती है। और देरी से शादी होने पर व्यक्ति के जीवन में मानसिक समस्याएं बढ़ती हुई नजर आती हैं। खासकर ऐसे व्यक्ति के माता-पिता भी बहुत अधिक परेशान रहते हुए नजर आते हैं। इसलिए बोला गया है कि सही समय पर शादी होना और सही व्यक्ति से शादी हो जाना यह भी भाग्य का ही खेल होता है। कुंडली में कई बार ग्रह हमारे लिए अनुकूल नहीं होते हैं। ग्रहों के कारण शादी और विवाह में देरी होती हुई नजर आती है। ग्रह व्यक्ति के लिए यदि अच्छे ना हो तो ऐसे व्यक्ति को विवाह संबंधित चीजों में समस्याएं आती हुई नजर आती हैं या फिर वह जल्दबाजी में गलत व्यक्ति से विवाह करता हुआ नजर आता है। इस कारण वह जिंदगी भर परेशान रहता हुआ दीखता है। इसलिए सही उम्र में सही व्यक्ति से विवाह हो जाना यह भाग्यशाली बोला गया है।जिन व्यक्तियों की विवाह के लिए उम्र हो चुकी है परंतु ऐसे लड़के लड़कियों का विवाह संपन्न नहीं हो पा रहा है, विवाह में समस्याएं आ रही हैं तो उन व्यक्तियों को विवाह बंधन पोटली का लाभ उठाना चाहिए।

विवाह में देरी के कारण
✦कुंडली में सूर्य, मंगल या बुध, लग्न या लग्न के स्वामी पर दृष्टि डाल रहे हो और इसके साथ-साथ गुरु बारहवें भाव में बैठे हुए हो तो व्यक्ति के विवाह में देरी होती हुई नजर आती है।
✦चंद्र की राशि कर्क से गुरु सप्तम हो तो विवाह में देरी होती हुई नजर आती है।
✦सप्तम भाव में त्रिक भाव का स्वामी हो और कोई शुभ ग्रह योग कारक नहीं हो तो भी विवाह में देरी बनती हुई नजर आती है।
✦इसके अलावा भी बहुत सारे दूसरे कारण भी होते हैं जैसे कि सप्तम भाव में शनि और गुरु हो तो शादी में देरी होती हुई नजर आती है।
विवाह बंधन पोटली के लाभ
✔️विवाह पोटली के लाभ की बात करें तो इस पोटली से विवाह में बाधक प्रमुख ग्रहों की शांति होती हुई नजर आएगी।
✔️मोहिनी ऊर्जा के संचरण द्वारा आकर्षण में वृद्धि होती हुई नजर आएगी।
✔️मंगल की दशा में सुधार होता हुआ नजर आएगा और मांगलिक योग से उत्पन्न हो रहे दुष्परिणामों का अंत होता हुआ नजर आएगा।
✔️सभी ग्रहों के अशुभ कारकों का नाश होता हुआ नजर आएगा।
✔️कुंडली के सप्तम भाव में सुधार होता हुआ दिखेगा और वक्री ग्रहों के प्रभाव भी खत्म होते हुए नजर आएंगे।
✔️उत्तम विवाह के लिए अवसर उत्पन्न होते हुए नजर आएंगे।
✔️श्री लक्ष्मी जी की कृपा के द्वारा पारिवारिक रिश्तो में सुधार रहता हुआ नजर आएगा और इसके साथ-साथ मानसिक शांति भी प्राप्त होती हुई नजर आएगी।







प्रिय भक्तों के प्रशंसा पत्र !
स्थापना विधि:-
विवाह बंधन पोटली की स्थापना सुबह सोमवार या गुरुवार को purse, bag, Drawer ya Almirah में " ॐ देवेन्द्राणि नमस्तुभ्यं देवेन्द्रप्रिय भामिनि ।विवाहं भाग्यमारोग्यं शीघ्रलाभं च देहि मे ॥ मंत्र का जाप करते हुए करनी चाहिए।
पोटली लेने की सम्पूर्ण प्रक्रिया।
01-पोटली का चयन करे।
02-अपनी जानकारी दर्ज करें और भुगतान करें।
03- पोटली दिए गए पते पर 3-4 दिनो मैं डिलीवरी कर दी जाएगी।